अगर आप TV देखने के शौकीन हैं और डीटीएच बॉक्स का इस्तेमाल करते है तो आपको यह जानकर बहुत ही हैरानी होगी कि अब आपको Paytm, बैंक और मोबाइल नंबर कि ही तरह अब आपको DTH के सेटटॉप बॉक्स को केवाईसी करवानी पड़ सकती है।
दरअसल सूचना और प्रसारण मंत्रालय के निर्देशों के बाद टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने डीटीएच के सेट टॉप बॉक्स की केवाईसी कराने को लेकर सुझाव पत्र तैयार किए हैं। दरअसल 27 दिसंबर 2018 को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ट्राई को एक निर्देश भेजा था जिसमें डीटीएच को लेकर केवाईसी की सिफारिश की गई थी। निर्देश में केवाईसी की प्रक्रिया को लेकर भी सुझाव दिए गए थे।
वहीं यदि आप भी इस मामले पर अपना सुझाव सरकार को देना चाहते हैं तो आप 19 अगस्त 2019 तक सुझाव भेज सकते हैं। इसके अलावा यदि आप इसके पक्ष में नहीं है तो भी आप 2 सितंबर तक अपने सुझाव भेज सकते हैं।
इन छः सवालों के लिए मांगे गए हैं सुझाव
क्या डीटीएच सेट टॉप बॉक्स की केवाईसी या ई-केवाईसी कराने की जरूरत है?
केवाईसी कराने के लिए क्या प्रक्रिया अपनानी चाहिए?
क्या नए सेट टॉप बॉक्स के साथ मौजूदा सेटटॉप बॉक्स की केवाईसी भी करनी चाहिए? यदि हां तो मौजूदा सेटटॉप बॉक्स की केवाईसी करने के लिए कितने दिनों का समय तय किया जाना चाहिए?
क्या आपके सेटटॉप बॉक्स की लोकेशन ट्रैक करने के लिए इसमें स्थान आधारित सेवाओं (एलबीएस) को शामिल करना चाहिए? क्या इस पर कोई फीस लागू करनी चाहिए?
डीटीएच इंस्टॉलेशन के दौरान केवल एक बार केवाईसी काफी है या सही लोकेशन जानने के लिए कुछ समय बाद फिर से केवाईसी होनी चाहिए। यदि हां तो कितने समय बाद दोबारा वेरीफिकेशन कराई जाए?
डीटीएच सेट टॉप बॉक्स की केवाईसी से संबंधित अन्य मुद्दे?