एक महिला को गर्भधारण कंफर्म होते ही खुशी का ठिकाना नहीं रहता है. गर्भावस्था के दौरान हर महिला अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखती है. लेकिन जब कोई महिला गर्भवती होती है. तब उनके शरीर में कई तरह के परिवर्तन होते हैं. इस परिवर्तन से गर्भवती महिला के शरीर में बीमारी होने की संभावना अधिक हो जाती है. महिलाओं को इन बीमारियों के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए. ताकि खुद का ख्याल रख सकें. आज हम इस पोस्ट के माध्यम से उन 4 बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो गर्भावस्था में महिलाओं में होने की संभावना अधिक हो जाती है. इसलिए महिलाओं को इसका खास ध्यान रखकर अपने स्वास्थ्य की रक्षा करनी चाहिए.
1 .खून की कमी होना-
गर्भावस्था में ज्यादातर महिलाओं में खून की कमी होना एक आम समस्या देखी जाती है. जिसमें आयरन की कमी हो जाती है. जिसके वजह से ब्लड में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नहीं हो पाता है. जिससे महिलाएं धीरे-धीरे एनेमिया की बीमारी का शिकार हो जाती है. इस बीमारी के होने से महिलाओं में थकान बना रहता है तथा उसके घर में पल रहे शिशु का विकास भी ठीक तरीके से नहीं हो पाता है. इस समस्या से बचने के लिए महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेने के साथ-साथ आयरन युक्त आहार का सेवन करना चाहिए.
2 .मानसिक विकार-
गर्भावस्था में कई तरह के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं एवं कई तरह की बातें महिला के दिमाग में चलती रहती है. जिससे तनाव और डिप्रेशन जन्म लेने लगता है. जिससे दिमाग में पाए जाने वाला न्यूरो ट्रांसमीटर कमजोर हो जाता है. जिसके वजह से महिलाओं को सोचने समझने की शक्ति प्रभावित होने लगती है. यह समस्या लगभग सभी गर्भवती महिलाओं में देखी जाती है. इससे बचने के लिए महिलाओं को पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए और खुद को तनावमुक्त रखने की कोशिश करनी चाहिए. जिससे उन्हें मानसिक विकार की समस्या न झेलना पड़े.
3 .ब्लड प्रेशर-
गर्भावस्था में ब्लड प्रेशर का उतार-चढ़ाव होना आम समस्या होती है. लेकिन कई बार उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी होने का खतरा बना रहता है. यह बीमारी गर्भवती महिला के शरीर में फोलिक एसिड की कमी होने के कारण होता है. इसलिए सभी गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के समय फोलिक एसिड प्रचुर मात्रा में सेवन करना चाहिए. ताकि उसके शरीर में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या उत्पन्न ना हो और वह स्वस्थ और सेहतमंद रह सके.
4 .पेट के विकार-
गर्भवती महिलाओं को पेट के विकार यानी गैस, कब्ज, एसिडिटी का होना एक आम समस्या है. लेकिन कई बार यह समस्या अधिक होने का खतरा रहता है. इससे गर्भवती महिला को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इसका असर गर्भ में पल रहे शिशु के विकास पर भी पड़ता है. गर्भवती महिला के शरीर में बीमारी पानी की कमी होने के कारण उत्पन्न होता है क्योंकि गर्भावस्था में महिलाओं को प्यास तो जरूर लगती है पर में कम पानी पीती है. इसलिए इससे छुटकारा पाने के लिए गर्भवती महिला को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए, ताकि उनके शरीर में पानी की कमी ना हो और गैस, कब्ज, एसिडिटी की समस्या से राहत मिले. इससे महिला का शरीर स्वस्थ और सेहतमंद रहेगा.