जीवन में हर आदमी किसी न किसी बात को लेके परेशान है कोई बल के लिए परेशान है तो कोई धन के लिए परेशान है कोई पढ़ाई को लेके परेशान है तो कोई जॉब के लेके परेशान है आज हम कुछ ऐसे उपाय लेके आये हैं जो आपकी सभी परेशानियों से आपको मुक्त कर देंगे ये उपाय आप सिर्फ मंगलवार वाले दिन ही कर सकते हैं अगर आप इन उपायों को सच्ची भक्ति और पूरी विधि के साथ करेंगे तो आपके सभी दुःख दर्द दूर जरूर होंगे
मंगलवार के उपाय
-मंगलवार को राम मंदिर में जाएं। हनुमान जी के श्री रूप के मस्तक का सिंदूर दाहिने हाथ के अंगुठे से लेकर सीता माता के श्री रूप के श्री चरणों में लगा दें और अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना करें।
-शनिवार या मंगलवार के दिन सुबह धागे में चार मिर्चें नीचे तथा तीन मिर्चें ऊपर और बीच में नीबू पिरोकर घर और व्यवसाय के दरवाजे पर लटका दें। इससे नकारात्मकता समाप्त होती है और सकारात्मकता का संचार होता है।
-काले तिल, जौ का आटा और तेल मिला कर आटा गूंथ लें। इस आटे से एक रोटी बना कर उस पर तेल और गुड़ चुपड़ कर जिस को नजर लगी हो उस पर से सात बार उवारकर भैंसे को खिलाएं। शनिवार अथवा मंगलवारको यह उपाय करें।
-छोटा बच्चा अधिक रोता हो तो रविवार अथवा मंगलवार के दिन नीलकंठ का पंख लेकर जिस पलंग पर बच्चा सोता है उसमें लगा दें। शीघ्र ही बच्चे का रोना समाप्त हो जाएगा।
-छोटा बच्चा सोते समय डर जाता हो तो मंगलवार अथवा रविवार के दिन फिटकरी का एक टुकड़ा बच्चे के सिरहाने रख दें।
-शनिवार के दिन हनुमान जी के मन्दिर में जाएं और उनके श्री रूप के कंधों पर से सिन्दूर लाकर नजर लगे व्यक्ति के भाल-प्रदेश पर लगाने से नजर का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
-मंगलवार को शाम के समय हनुमान जी को केवड़े का इत्र व गुलाब की माला चढ़ाएं। हनुमान जी को खुश करने का यह सबसे सरल उपाय है।
-जीवन की समस्त समस्याओं के निवारण के लिए हनुमान जी के मंदिर में जाएं और राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें।
-मंगलवार की शाम को हनुमान मंदिर में जाएं और एक सरसों के तेल का और एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं तत्पश्चात वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
-अगर आप शनि दोष से पीडि़त हैं तो इस दिन काली उड़द व कोयले की एक पोटली बनाएं। इसमें एक रुपए का सिक्का रखें। इसके बाद इस पोटली को अपने ऊपर से उसार कर किसी नदी में प्रवाहित कर दें और फिर किसी हनुमान मंदिर में जाकर राम नाम का जप करें इससे शनि दोष का प्रभाव कम हो जाएगा।