17 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो चुका है। 22 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है। सावन का महीना सारे महीनों में इसलिए खास माना जाता है क्योंकि ये महीना देवो के देव महादेव का महीना होता है। पुराणों में भी इस बात को बताया गया है कि सारे महीनों की अपेक्षा सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना करने से महादेव ज्यादा प्रसन्न होते हैं। पंडित जगदीश शर्मा जी बताते है कि सावन के पहले सोमवार को भगवान शिव की पूजा के दौरान किसी भी प्रकार की ऐसी गलती न करें कि भगवान आपसे नाराज हो जाए। इसलिए पंडित जी से जानिए कि सावन में भगवान शिव की पूजा के दौरान किन गलतियों को नहीं करना चाहिए….
– सावन के महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करना हो तो महादेव का अभिषेक दूध से करें और इस बात का ध्यान रखें कि अभिषेक करते समय कभी भी हल्दी का प्रयोग न करें।
– इस महीने भगवान की आराधना करते समय ध्यान रखें कि किसी के लिए भी अपने मन में बुरे विचार न लाएं। सबका भला सोचें।
– सावन के महीने में कभी भी बैंगन की सब्जी और भर्ता न बनाएं और न ही खाएं।
– अगर आप सावन के साऱे सोमवार को व्रत रहते है तो ध्यान रखें कि दूध का सेवन बिल्कुल न करें। कहा गया है कि व्रतधारी को दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि बारिश के मौसम में गाय-भैंस छोटे-छोटे कीड़े-मोकड़े को भी धोखे से निगल लेती है जिससे कारण दूध के सेवन को मना किया गया है।
– इस महीने में कभी भी मांस-मदिरा का सेवन न करें।
– पुराणों में इस बात को भी कहा गया है कि इस महीने में स्त्री-पुरुष प्रसंग से बचना चाहिए। साथ ही ब्रह्मचर्य व्रत के नियमों को फॉलों करना चाहिए।